उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में 5 अगस्त की दोपहर अचानक बादल फटने की घटना से भीषण बाढ़ आ गई, जिससे क्षेत्र में भारी तबाही मच गई। मूसलाधार बारिश ने मकानों, सड़कों व संरचनाओं को काफी नुकसान पहुँचाया है। कई लोग लापता हैं।
सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) के अनुसार,गंगोत्री घाटी के आसपास के गांवों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुँचा है। पानी की तेज़ धार ने मकानों व पशुओं को बहा दिया, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।
राहत और बचाव अभियान की स्थिति
SDRF, NDRF और पुलिस की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। मौसम साफ होने पर हवाई राहत की तैयारी भी की गई है। अब तक कई घायल व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।
मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वे स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं और राहत को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। सभी जिला अधिकारी अलर्ट पर हैं और हेल्पलाइन नंबर सक्रिय कर दिए गए हैं।
आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी
उत्तरकाशी जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र द्वारा निम्नलिखित आपदा सहायता नंबर जारी किए गए हैं:
- 01374-222126
- 01374-222722
- 9456556431
सोशल मीडिया और नुकसान का आकलन
सोशल मीडिया पर बाढ़ की भयावह तस्वीरें वायरल हो रही हैं जिसमें कीचड़ और मलबा मकानों को बहाते हुए दिख रहा है। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार सरकारी आश्रयों और ग्रामीण इलाकों में भारी क्षति हुई है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 48 घंटों में और बारिश की चेतावनी दी है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने का आग्रह किया है।