चार फीकी पिचों के बाद आख़िरकार ओवल टेस्ट ने टेस्ट क्रिकेट का असली स्वाद चखा दिया — वो भी इंग्लैंड के मिज़ाज के बिल्कुल अनुकूल: हल्की ठंड, धूसर आसमान और हरा-भरा विकेट। यही वो माहौल था, जिसने सीरीज़ फिनाले को जानदार बना दिया।

इन मुश्किल हालातों में जब हर गेंद में खतरा छिपा था, करुण नायर ने संयम और संकल्प के साथ बल्लेबाज़ी करते हुए अपनी पहली फिफ्टी जड़ दी।
ये सिर्फ़ उनके फॉर्म में लौटने का संकेत नहीं था, बल्कि उस भारतीय टीम की मानसिक मज़बूती का भी प्रमाण था जिसने पहले दिन 64 ओवर में 204/6 का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया।

हालांकि, भारतीय पारी में कुछ झोल भी रहे। छह में से तीन विकेट गैर-ज़रूरी गलतियों से गंवाए गए, जिनमें कप्तान शुभमन गिल का रन आउट सबसे बड़ा झटका साबित हुआ।
गिल ने नपे-तुले अंदाज़ में खेलते हुए इंग्लिश परिस्थितियों में स्मार्ट “टैप-एंड-रन” का फॉर्मूला अपनाया, लेकिन एक चूक उन्हें रन आउट करा गई — और वो भी गस एटकिन्सन के सीधे थ्रो से, जो दिन के हीरो साबित हुए।

एटकिन्सन ने शुरुआत में ही छह ओवर में महज़ सात रन देकर दबाव बना दिया। इंग्लैंड को इस पिच पर जल्दी विकेट मिल सकते थे, लेकिन अनुभवहीनता और गलत लाइन-लेंथ ने उन्हें नुकसान पहुंचाया।
टंग ने दो विकेट लिए लेकिन रन भी खूब दिए, ओवरटन लय में नहीं दिखे और वोक्स के चोटिल होकर मैदान से बाहर जाने से इंग्लैंड की परेशानी और बढ़ गई।
भारत की टॉस की बदकिस्मती जारी रही — ये इस साल उनकी 15वीं टॉस हार थी, और इस सीरीज़ में लगातार पांचवीं। और जैसे हर बार होता आया है, इस बार भी इसका खामियाज़ा टीम को पिच के सबसे मुश्किल हिस्से में बल्लेबाज़ी करके भुगतना पड़ा।

बारिश से प्रभावित पहले सत्र में केवल 23 ओवर का खेल हो पाया और दोनों ओपनर पवेलियन लौट चुके थे।यशस्वी जायसवाल को एटकिन्सन की अंदर आती गेंद ने फंसा लिया — आउट देने के लिए अंपायर को डीआरएस का सहारा लेना पड़ा।
दिलचस्प बात यह रही कि इंग्लैंड के कार्यवाहक कप्तान ओली पोप ने न केवल पहली बार टॉस जीता, बल्कि 14 प्रयासों के बाद डीआरएस भी सही साबित करवाया।
इस तरह ओवल टेस्ट का पहला दिन उतार-चढ़ाव भरा रहा — करुण नायर की वापसी, इंग्लैंड की अनुभवहीनता और टॉस की बदकिस्मती का संगम। अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि दूसरे दिन भारत कितनी मज़बूती से वापसी करता है।
संक्षिप्त स्कोर: भारत 204/6 (नायर 52*, सुदर्शन 38; टंग 2/47, एटकिन्सन 2/31) बनाम इंग्लैंड।