घटना का विवरण
बुधवार सुबह पदर उपखंड के चिशोती गांव में अचानक बादल फटने से तेज़ बाढ़ आ गई। यह क्षेत्र मचैल माता यात्रा का शुरुआती बिंदु माना जाता है। पानी के तेज़ बहाव में लकड़ी का पुल और पीएमजीएसवाई पुल क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे यातायात संपर्क कट गया।
प्रशासन और नेताओं की सक्रियता
किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि बचाव दल मौके पर हैं और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। विपक्ष के नेता और स्थानीय विधायक सुनील कुमार शर्मा ने घटनास्थल का दौरा कर राहत कार्यों की समीक्षा की।
केंद्रीय और राज्य स्तर पर प्रतिक्रिया
केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने किश्तवाड़ प्रशासन से बात कर स्थिति की जानकारी ली और कहा कि भारी जनहानि की आशंका है। उन्होंने प्रभावितों के लिए तत्काल बचाव और चिकित्सा प्रबंधन के निर्देश दिए।
उपराज्यपाल कार्यालय ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया और सभी एजेंसियों को बचाव कार्य तेज़ करने का निर्देश दिया।
मुख्य बिंदु
- कम से कम 12 लोगों की मौत की आशंका, सात शव बरामद।
- कई घर क्षतिग्रस्त, लकड़ी का पुल और पीएमजीएसवाई पुल बह गए।
- प्रशासन, सेना, पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमें राहत कार्य में लगीं।
- मचैल माता यात्रा मार्ग पर यातायात बाधित।