जब एक ओर हिमाचल प्रदेश का वित्तीय घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है और वर्ष 2025–26 तक इसके ₹1 लाख करोड़ के पार पहुंचने का अनुमान है, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अगुवाई वाली राज्य कैबिनेट ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला के लिए ₹92 लाख की नई मर्सिडीज-बेंज कार खरीदने को मंजूरी दे दी है।

यह निर्णय गुरुवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने इस फैसले का बचाव करते हुए कहा, “राज्यपाल के पास जो मर्सिडीज है, वह अब अपनी सेवा अवधि पूरी कर चुकी है। इसलिए उनके लिए नई गाड़ी खरीदने का निर्णय लिया गया है।”
फिलहाल राज्यपाल शुक्ला जो मर्सिडीज 350 चला रहे हैं, वह वर्ष 2019 में खरीदी गई थी, जब भाजपा सरकार थी और आचार्य देवव्रत राज्यपाल के पद पर थे। इससे पहले 2013 में राजभवन के लिए मर्सिडीज 250 खरीदी गई थी।
राजभवन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमने पूरी प्रक्रिया का पालन किया, जिसमें मैकेनिकल निरीक्षण भी शामिल था और उसके बाद प्रस्ताव सरकार को भेजा गया। अंतिम निर्णय सरकार का होता है। फिलहाल हमें कोई औपचारिक सूचना नहीं मिली है।”
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब हाल ही में मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच नशा संकट को लेकर तीखी बयानबाज़ी हुई थी।
राज्यपाल शुक्ला ने चेतावनी दी थी कि अगर मादक पदार्थों पर नियंत्रण नहीं किया गया तो हिमाचल ‘उड़ता पंजाब’ बन सकता है।
इसके जवाब में मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने संयम बरतने की अपील की और कहा कि इस तरह की टिप्पणियाँ किसी संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के लिए उचित नहीं हैं।