आजकल डेटिंग ऐप्स का इस्तेमाल करना सिर्फ़ ‘घोस्टिंग’ या धोखा खाने तक ही सीमित नहीं है। अब इसमें आप ऐसे शिकार भी बन सकते हैं, जो आपकी जेब से हज़ारों रुपये उड़ा सकते हैं।
कुछ ऐसा ही हुआ नोएडा के एक युवक के साथ, जिसने टिंडर पर एक लड़की से मुलाकात तय की। डेट के बहाने लड़की और उसकी सहेली ने उस युवक से ₹7,000 का बिल चुकवाने की कोशिश की।
“टिंडर रेस्टोरेंट स्कैम”
नोएडा सेक्टर 59 का रहने वाला युवक बताता है कि उसने ऐप पर एक लड़की से बातचीत की। उसने उसे कर्कड़डूमा बुलाया।
वहां लड़की अपनी एक सहेली के साथ पहुँची और बिना मेन्यू देखे ही 4-5 महंगे आइटम ऑर्डर कर दिए।
सात हज़ार का बिल देखकर उड़ गए होश
जब युवक ने मेन्यू उठाकर कीमतों की गणना की तो पता चला कि बिल सीधा ₹7,000 तक पहुँच गया है। घबराकर उसने तुरंत रिसेप्शन जाकर ऑर्डर कैंसिल करने की बात कही।
तभी दोनों लड़कियाँ मौके से रेस्तरां से बाहर निकल गईं। जब युवक उनके पीछे भागा तो बाउंसरों ने उसका रास्ता रोक दिया और उसे बिल चुकाने के लिए दबाव बनाया। अंततः मोलभाव कर युवक ने ₹1,000 देकर मामला निपटाया।
रेस्टोरेंट का एक कर्मचारी उसे मुख्य सड़क तक छोड़ने आया। लेकिन युवक सीधे घर जाने के बजाय दोबारा लौट पड़ा—जहाँ उसकी नज़र फिर से उन दोनों लड़कियों पर पड़ी। यहीं से हालात और बिगड़ गए।
पुलिस बुलाने पर हमला!
युवक के मुताबिक, उसने PCR को कॉल किया, लेकिन तब रेस्टोरेंट स्टाफ बीच-बचाव करने लगा और “समझौते” की बात कहने लगे। अंत में एक स्टाफ ने ₹500 लौटाए और लड़की ने भी ₹500 दिए।
युवक ने दावा किया कि जब वह वीडियो बना रहा था, तभी रेस्टोरेंट की तरफ़ से एक शख्स आया और उस पर हमला कर दिया, कई बार लातें मारीं। हालांकि उसने हमलावर का चेहरा कैमरे में कैद कर लिया।
“फोटो और असलियत में फर्क”
युवक ने यह भी बताया कि टिंडर पर दिखाए गए लड़की के फोटो असलियत से पूरी तरह अलग थे। उसका मकसद सिर्फ़ खाना खाकर लौटने का था, लेकिन पूरा मामला जालसाजी में बदल गया।
Reddit पर पुरानी कहानी भी सामने आई
पोस्ट पर अन्य Reddit यूज़र्स ने भी अपने अनुभव साझा किए। एक व्यक्ति ने लिखा, “2023 में मुझे भी इसी कैफ़े में ₹11,000 का बिल थमा दिया गया था।”
अन्य यूजर ने लिखा,“यह पाँचवीं बार सुन रहा हूँ। वही कैफ़े, वही स्कैम।” तीसरे ने लड़कियों के हावभाव पर सवाल उठाते हुए लिखा, “इनके व्यवहार से साफ था कि मामला सही नहीं है।”
⚠️ डिस्क्लेमर: यह खबर Reddit यूज़र की पोस्ट पर आधारित है। इसमें बताए गए तथ्य और दावे संबंधित यूज़र के हैं। Budbak Times ने स्वतंत्र रूप से इनकी पुष्टि नहीं की है।