प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिसाइल मैन डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को 10वीं पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भारत के पूर्व राष्ट्रपति और “मिसाइल मैन” के नाम से प्रसिद्ध डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को उनकी 10वीं पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए प्रधानमंत्री ने उन्हें “प्रेरणादायक दूरदृष्टा, महान वैज्ञानिक, उत्कृष्ट मार्गदर्शक और सच्चे देशभक्त” के रूप में याद किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डॉ. कलाम के विचार आज भी देश के युवाओं को प्रेरित करते हैं कि वे एक विकसित और मजबूत भारत के निर्माण में अपना योगदान दें।

डॉ. अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (1931–2015), जिन्हें “भारत के मिसाइल मैन” के रूप में जाना जाता है, देश के 11वें राष्ट्रपति (2002–2007) और विश्वप्रसिद्ध वैज्ञानिक थे।

15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक साधारण परिवार में जन्मे डॉ. कलाम ने कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से ऊंचाइयों को छुआ।

उन्होंने भारत के पहले स्वदेशी सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (SLV-III) के प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में नेतृत्व किया, जिससे जुलाई 1980 में रोहिणी सैटेलाइट को पृथ्वी की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया और भारत “स्पेस क्लब” का सदस्य बना।

डॉ. कलाम ने इसरो के लॉन्च व्हीकल प्रोग्राम को आकार देने में अहम भूमिका निभाई, विशेष रूप से PSLV की संरचना में। उन्होंने अग्नि और पृथ्वी जैसी मिसाइलों के विकास और भारत की स्वदेशी रक्षा तकनीकों को मजबूत करने में भी महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।

लेकिन डॉ. कलाम की पहचान केवल एक वैज्ञानिक तक सीमित नहीं थी। वे युवाओं को सपने देखने और उन्हें साकार करने के लिए प्रेरित करने वाले एक सच्चे प्रेरणास्त्रोत थे। उनकी प्रसिद्ध पुस्तकें “विंग्स ऑफ फायर,” “इग्नाइटेड माइंड्स” और “इंडिया 2020” आज भी लाखों युवाओं को प्रेरणा देती हैं।

डॉ. कलाम का निधन 27 जुलाई 2015 को हुआ था, लेकिन उनका सपना — एक सशक्त, आत्मनिर्भर और विकसित भारत — आज भी हर युवा भारतीय के दिल में जीवित है।

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