इन दिनों देशभर में एक नया ठगी का तरीका सामने आया है –“सिर्फ ₹10 में LED बल्ब पाएं!”
पहली नज़र में ये ऑफर लुभावना लग सकता है, लेकिन इसके पीछे छुपा है एक बड़ा धोखा।
कैसे फंसाया जाता है?
ठग अलग-अलग इलाकों में जाकर लोगों को बताते हैं कि ये बल्ब किसी सरकारी योजना या ऊर्जा बचत अभियान के तहत मिल रहा है।बल्ब लेने के लिए वे आपसे कुछ जरूरी जानकारी मांगते है

क्या-क्या मांगा जाता है?
आपका आधार कार्ड
आपकी उंगलियों के निशान (बायोमेट्रिक डेटा)
यही असली चाल है। जब आप ये जानकारी देते हैं, आप अनजाने में अपनी पहचान सौंप देते हैं।
खतरा कितना बड़ा है?
एक बार जब ठगों को आपका आधार और बायोमेट्रिक मिल जाता है, वे कर सकते हैं:आपकी पहचान की चोरी
मोबाइल नंबर को फर्जी खातों से लिंक करना
आपके फोन को हैक करना
यहां तक कि आपके बैंक खाते तक पहुंच बनाना।
इस जाल में न फंसें
कोई भी सरकारी योजना आपके घर आकर आधार और फिंगरप्रिंट नहीं मांगती।कभी भी किसी अनजान व्यक्ति को अपने दस्तावेज़ और बायोमेट्रिक जानकारी न दें।किसी भी स्कीम की जानकारी सरकारी वेबसाइट या हेल्पलाइन से ही सत्यापित करें।
क्या करें?
अपने परिवार, पड़ोसियों और खासकर बुजुर्गों को इस घोटाले के बारे में बताएं।ऐसे मामलों की सूचना तुरंत स्थानीय पुलिस या साइबर क्राइम सेल को दें।
UIDAI की वेबसाइट पर जाकर अपना बायोमेट्रिक लॉक जरूर एक्टिव करें। ध्यान रहे कि आप अपने आधार कार्ड के बायोमेट्रिक डेटा को लॉक करने के बाद उसे KYC सत्यापन के लिए उपयोग नहीं कर पाएंगे।KYC (अपने ग्राहक को जानिए) की प्रक्रिया कई जरूरी कार्यों के लिए आवश्यक होती है, जैसे:बैंक खाता खोलना,शेयर बाजार से जुड़ी सेवाओं के लिए पंजीकरण और अन्य वित्तीय सेवाओं का उपयोग करना। इसलिए बायोमेट्रिक लॉक लगाते समय यह ध्यान रखें कि आवश्यकता पड़ने पर आपको इसे अनलॉक भी करना होगा।
ध्यान रखें: ₹10 का बल्ब आपको हजारों रुपये का नुकसान करवा सकता है।सावधान रहें, सतर्क रहें, और दूसरों को भी जागरूक करें।
क्या है असली योजना
उजाला स्कीम (भारत सरकार द्वारा)उजाला (उन्नत ज्योति द्वारा सभी के लिए किफायती एलईडी) योजना भारत सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य ऊर्जा की बचत को बढ़ावा देना है। और हाँ, इसमें वाकई में आपको एलईडी बल्ब सब्सिडी पर मिलते हैं!
आइए समझते हैं कि ये योजना कैसे काम करती है:
1️⃣ ना आधार, ना बायोमेट्रिक की जरूरत
सिर्फ एक सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त फोटो आईडी प्रूफ (वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट इत्यादि) दिखाना होता है — फिंगरप्रिंट या कोई संवेदनशील जानकारी देने की ज़रूरत नहीं होती।
2️⃣ बलब एक्सचेंज सिस्टम
पुराना बल्ब (Incandescent Bulb) जमा कराइए और बदले में सब्सिडी वाला एलईडी बल्ब पाइए — कीमत आमतौर पर ₹10 के आसपास होती है।
3️⃣ सिर्फ अधिकृत काउंटर्स पर ही एक्सचेंज
यह प्रक्रिया केवल निर्धारित शहरों में स्थापित विशेष काउंटर्स पर होती है। कोई व्यक्ति आपके घर आकर बल्ब नहीं देता।
4️⃣ क्या-क्या दस्तावेज़ चाहिए?
एलईडी बल्ब पाने के लिए आमतौर पर ये दस्तावेज़ मांगे जाते हैं:
नवीनतम बिजली बिल (फोटोकॉपी)
फोटो पहचान पत्र की कॉपी
निवास प्रमाण पत्र की कॉपी
थोड़ा सा एडवांस नकद भुगतान (अगर आप ईएमआई या बिल में जुड़वाने का विकल्प चुनते हैं)
निष्कर्ष: अगर कोई आपके घर आकर आधार और बायोमेट्रिक लेकर ₹10 में बल्ब देने की बात करे — सतर्क हो जाइए!सरकारी उजाला योजना केवल निर्धारित केंद्रों पर, सही प्रक्रिया के साथ ही चलती है।
अस्वीकरण(Disclaimer):
उपरोक्त जानकारी को सही और सटीक बनाने के लिए हमने पूरी कोशिश की है। हालांकि, मानवीय त्रुटियाँ संभव हैं। पाठकों से अनुरोध है कि पूर्ण पुष्टि के लिए संबंधित सरकारी वेबसाइट या अपनी बिजली वितरण कंपनी (बिजली बोर्ड) से जानकारी अवश्य सत्यापित करें।