अंशुल कम्बोज ने जब ओल्ड ट्रैफर्ड की ऐतिहासिक पिच पर अपना पहला टेस्ट खेलने के लिए कदम रखा, उससे पहले ही दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने उनकी जमकर तारीफ़ करते हुए उन्हें भारत के दिग्गज तेज़ गेंदबाज़ों — ज़हीर खान और जसप्रीत बुमराह — के समकक्ष बताया।
अपने यूट्यूब चैनल पर अश्विन ने हरियाणा के इस तेज़ गेंदबाज़ की स्किल्स और टीम की ज़रूरतों को समझने की क्षमता को बेहद खास बताया।

“अगर आप अंशुल कम्बोज को टीम में लाते हैं, तो भारत का तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण और खतरनाक हो जाता है,” अश्विन ने कहा। “वह शानदार फॉर्म में हैं, लंबी स्पेल डाल सकते हैं, और इंग्लैंड की परिस्थितियों के लिए बिल्कुल फिट हैं।”
अर्शदीप सिंह और आकाश दीप के चोटिल होने के बाद कम्बोज को आख़िरी समय में टीम में शामिल किया गया था। कप्तान शुभमन गिल ने उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह दी और पूर्व विकेटकीपर दीप दासगुप्ता ने उन्हें डेब्यू कैप सौंपी। अंशुल ओल्ड ट्रैफर्ड में डेब्यू करने वाले सिर्फ 10वें भारतीय खिलाड़ी बने हैं —उनसे पहले अनिल कुंबले ने ओल्ड ट्रैफर्ड में डेब्यू किया था ।
दिलचस्प बात यह है कि अंशुल हाल ही में इंडिया ए के यूके दौरे से लौटे थे, जहां वे एक मामूली चोट के कारण बाहर हो गए थे। लेकिन 2024-25 घरेलू सीज़न में उन्होंने सिर्फ 11 मैचों में 55 विकेट लिए, जिसमें केरल के खिलाफ 10 विकेट की शानदार परफॉर्मेंस भी शामिल है।
ऐसे आंकड़े चयनकर्ताओं को उन्हें नज़रअंदाज़ करने नहीं दे सकते थे।अश्विन ने ये भी कहा कि कम्बोज की लंबी और सटीक गेंदबाज़ी बुमराह और सिराज के साथ बेहतरीन तालमेल बना सकती है, खासकर इंग्लैंड जैसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में।
“प्रसिद्ध कृष्णा एक विकल्प हो सकते हैं, लेकिन मैं अंशुल के साथ जाऊंगा। वह सिर्फ रिप्लेसमेंट नहीं है — वह ज़हीर और बुमराह जैसी विविधता टीम में लाते हैं। उन्हें टीम की ज़रूरत की समझ है, और यही उन्हें खास बनाता है,” अश्विन ने कहा।
जैसे ही भारत ओल्ड ट्रैफर्ड में एक अहम टेस्ट के लिए मैदान में उतरा, सभी की निगाहें अब अंशुल कम्बोज पर हैं — जो शायद भारत के तेज़ गेंदबाज़ी इतिहास का अगला चमकता सितारा बन सकते हैं।