लंदन: डेनमार्क के ऑलबोर्ग ज़ू (Aalborg Zoo) ने जनता से अपील की है कि वे अपने अवांछित पालतू जानवर — खासकर मुर्गियाँ, खरगोश और गिनी पिग — चिड़ियाघर के मांसाहारी शिकारी जानवरों के भोजन के रूप में दान करें।
पिछले गुरुवार को जारी एक बयान में, चिड़ियाघर ने बताया कि वे अपने शिकारी जानवरों के लिए प्राकृतिक भोजन श्रृंखला को प्रतिबिंबित करने और उनके कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए यह पहल कर रहे हैं।
बयान में कहा गया, “एक चिड़ियाघर के रूप में, हम अपने शिकारी जानवरों के स्वाभाविक आचरण और आहार को यथासंभव वास्तविक रखने का लक्ष्य रखते हैं।”
चिड़ियाघर बड़े जानवरों जैसे घोड़ों के दान को भी स्वीकार करता है। ऐसे जानवरों को प्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा मानवीय ढंग से मारा और काटा जाता है ताकि ताजा मांस उपलब्ध कराया जा सके।
हालांकि, चिड़ियाघर ने कहा कि बड़े जानवरों के लिए मांग अलग-अलग होती है, और कभी-कभी प्रतीक्षा सूची भी होती है। घोड़ा दान करने वालों को कर छूट भी मिल सकती है।
छोटे जानवर जैसे मुर्गियाँ, खरगोश और गिनी पिग को सप्ताह के दिनों में सुबह 10 से दोपहर 1 बजे के बीच चिड़ियाघर में लाया जा सकता है। हालांकि, प्रत्येक दौरे में चार जानवरों तक ही लाने की अनुमति है।
यह पहल टिकाऊपन को बढ़ावा देती है और यह सुनिश्चित करती है कि जानवर व्यर्थ न जाएं तथा शिकारी जानवरों को प्राकृतिक और संतुलित पोषण प्राप्त हो।
इस तरह की पहल डेनमार्क में पहले भी देखी गई है। वर्ष 2014 में, कोपेनहेगन ज़ू ने एक स्वस्थ जिराफ़ को मारकर शेरों को खिला दिया था, जिससे अंतरराष्ट्रीय विवाद उत्पन्न हुआ था। कुछ सप्ताह बाद, चार शेरों को भी मार दिया गया था ताकि एक नए नर शेर के लिए जगह बनाई जा सके।
चिड़ियाघर ने कहा, “यदि आपके पास कोई पालतू जानवर है जिसे आप अब नहीं रख सकते, तो आप उसे दान करने पर विचार कर सकते हैं। सभी जानवरों को प्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा हर संभव देखभाल के साथ और मानवीय तरीके से मारा जाता है।”