गाड़ी से ज्यादा कीमत की नंबर प्लेट, चंडीगढ़ में अजीबो-गरीब जुनून

चंडीगढ़ में गजब का नंबरों का जुनून: 55 हजार की स्कूटर के लिए 15 लाख की नंबर प्लेट

चंडीगढ़ के आवासीय क्षेत्रों में गाड़ियों की शोहरत अब उनके मॉडल या ब्रांड से नहीं, बल्कि उनके नंबर प्लेट के अंकों से मापी जाती है। आधिकारिक नीलामी डेटा के विश्लेषण से पता चला है कि यहां के लोग कई बार अपनी गाड़ी की कीमत से कहीं अधिक राशि खर्च कर एकल अंकों वाली नंबर प्लेट हासिल कर रहे हैं।

गाड़ी से कई गुना महंगी नंबर प्लेट

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2020 से जुलाई 2025 के बीच चंडीगढ़ प्रशासन के रजिस्टरिंग एंड लाइसेंसिंग अथॉरिटी (RLA) ने लगभग एक दर्जन एकल-अंकों वाली ‘फैंसी’ नंबर प्लेटों की नीलामी की, जिनकी कीमतें गाड़ियों की कीमतों को कई गुना पार कर गईं।

एक सबसे चौकाने वाला मामला अप्रैल 2022 का है, जब केवल 55,585 रुपये कीमत वाली एक स्कूटर के लिए 15.44 लाख रुपये की नंबर प्लेट खरीदी गई, यानी नंबर प्लेट की कीमत उस स्कूटर की कीमत से लगभग 28 गुना ज्यादा थी।

नीलामी के लिए गाड़ियां क्यों चुनी जाती हैं?

कुछ खरीदारों का कहना है कि वे भविष्य में अपनी मनचाही नंबर के लिए पहले कम कीमत वाली गाड़ी पर नंबर प्लेट हासिल करते हैं और बाद में उसे ट्रांसफर करते हैं। कुछ ने तो ऐसी गाड़ी पर भी नंबर प्लेट लिया जो अब तक डिलीवर नहीं हुई थी, ताकि नीलामी में मौका न चूकें।

व्यापारिक और सामाजिक प्रतिष्ठा का प्रतीक

नीलामी में बेचे गए 12 महंगे नंबरों में से पांच नंबर कंपनियों या फर्मों द्वारा खरीदे गए, जो इस शो-ऑफ नंबर प्लेट की सामाजिक और व्यावसायिक अहमियत को दर्शाता है।

चंडीगढ़ में यह रुझान यह दिखाता है कि लोग अपनी गाड़ियों को सिर्फ एक साधन नहीं बल्कि अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा का प्रतीक मानने लगे हैं, जिसके लिए वे अपने साधारण वाहनों के लिए भी असामान्य रूप से बड़ी रकम खर्च करने से पीछे नहीं हटते।

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