काठमांडू: नेपाल में हिंसक प्रदर्शन के बीच मंगलवार को पूरे देश के सभी हवाई अड्डे बंद कर दिए गए। सुरक्षा समस्याओं के कारण उड़ानें रद्द रहीं, और नेपाली सेना ने त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नियंत्रण संभाल लिया।
सेना ने कहा कि वह मंगलवार रात 10 बजे से राष्ट्रीय सुरक्षा की जिम्मेदारी लेगी और यदि हिंसा जारी रही तो कड़े कदम उठाए जाएंगे।
रूपन्देही में सरकारी इमारतों में आग, कैदियों की बड़ी घटना
प्रदर्शनकारियों ने रूपन्देही में कई सरकारी और निजी इमारतों को आग लगा दी, जिनमें अदालतें भी शामिल हैं। पोखरा और नक्खु जेलों में तोड़फोड़ के बाद लगभग 900 कैदी फरार हो गए।
पूर्व प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल के आवास को भी आग लगी, जिससे उनकी पत्नी की जलने से मौत हो गई। इसके अलावा प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, और अन्य वरिष्ठ नेताओं के आवासों पर भी हमले हुए।
सेना प्रमुख और राष्ट्रपति की अपील
नेपाल सेना प्रमुख अशोक राज सिग्देल ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने और संवाद के लिए आग्रह किया। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने भी अगले सप्ताह वार्ता का प्रस्ताव रखा।
प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का इस्तीफा
प्रदर्शन तेज होने पर प्रधानमंत्री ओली ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। काठमांडू में रिंग रोड के अंदर अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। प्रमुख सड़कों को प्रदर्शनकारियों ने जाम कर रखा है और पुलिस से भिड़ंतें हो रही हैं।
प्रदर्शन का मूल कारण
प्रदर्शन की शुरुआत इंटरनेट प्रतिबंधों और सोशल मीडिया ब्लैकआउट के खिलाफ हुई, जिसे आम लोग सरकार की कठोर नीति के रूप में देखते हैं। प्रदर्शनकारी तब तक शांत नहीं होंगे जब तक प्रधानमंत्री इस्तीफा नहीं देते।
सोशल मीडिया प्रतिबंध को एक आपातकालीन कैबिनेट बैठक के बाद हटा दिया गया। सरकार ने जांच के लिए पैनल बनाने और पीड़ितों को सहायता देने का आश्वासन दिया।